काजोल बॉलीवुड की शायद सबसे चुलबुली हीरोइन्स में से एक होगी। लेकिन बाजीगर’, ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’और ‘कभी ख़ुशी कभी गम’ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय से अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुकी है। अपने करियर के पीक पर जब वे महज 25 साल की थी तब उन्होंने अजय देवगन से शादी का फैसला कर लिया था।
काजोल जहाँ चुलबुली सवभाव की है, वहीँ इसके ठीक विपरीत अजय एकदम शांत सवभाव के हैं। जब इन दोनों की शादी की खबर पता चली तो लोगों का पहला रिएक्शन था की ये सफर कैसे चल पायेगा। लेकिन आज 18 साल के बाद भी दोनों एक खुशहाल जीवन जी रहे हैं।
हम बताने जा रहे हैं की इन दोनों का रिश्ता शुरू कैसे हुआ, और कैसे शादी तक बात पहुंची.
ये खुलासा खुद काजोल ने एक इंटरव्यू में किया कि अपने करियर के पीक पर पहुँचने के बाद भी वे ज़िन्दगी सुकून तलाश रही थी। हर साल उनकी 4 से 5 फ़िल्में आ रही थी। फिल्मों की कामयाबी के बाद भी खुद के लिए उनके पास वक़्त की कमी थी, यही कारण था की उन्होंने शादी करके करियर से ब्रेक लेने का फैसला किया।
अजय से कैसे बना रिश्ता
बात उन दिनों की है जब अजय और काजोल फिल्म “हलचल” की शूटिंग कर रहे थे। उस वक़्त काजोल और अजय दोनों किसी और को डेट कर रहे थे और काजोल फिल्म के सेट पर अपने रिलेशनशिप और लव लाइफ को लेके अजय से सलाह लिया करती थी। अजय एक दोस्त की तरह उन्हें सलाह देते थे, शायद उसी समय काजोल को एहसास हो गया था कि इस व्यक्ति की मेरे जीवन में अहम् भूमिका होने वाली है।.
फिर कैसे करीब आए काजोल-अजय
हलचल फिल्म के समय हुई दोस्ती फिर आगे कई फिल्मों के दौरान बढ़ती गयी।. दोनों की जोड़ी ने बॉलीवुड में कई हिट फ़िल्में दी, और फिर 1999 में आखिरकार दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया।
हालांकि काजोल और अजय को अपने रिश्ते की शुरुआत में काफी आलोचना सहनी पडी परन्तु दोनों ही शादी करके खुश थे। हालाँकि शादी के बाद कई उतार चढ़ाव भी आये, जब 2001 में काजोल पहले बार प्रेग्नेंट हुई तो उनका गर्भपात हो गया था। ये काफी बड़ा सदमा था, जिस से उबरने में काफी समय लगा। परन्तु आज अजय और काजोल अपनी बेटी न्यासा और बेटे युग के साथ एक खुशहाल जीवन जी रहे हैं।
काजोल कहती भी है कि “हमारा रिश्ता तो इसीलिये काम कर रहा है की मैं बहुत ज्यादा बोलती हूँ और अजय ज्यादा सुनते हैं। हमारी सफल शादी का सीक्रेट यह है कि अजय कम बोलते हैं।” इस पर अजय भी चुटकी लेते हैं,”कभी-कभी मैं सुनता हूं और कभी सुनने का दिखावा करता हूँ।” तो देख लिया ना आपने। ऐसे बंधा है यह प्यार का रिश्ता।