मानसून का मौसम खुशियां लाता है, लेकिन एलर्जी से पीड़ित लोगों के लिए ये काफी तकलीफदेय हो सकता है. ये मौसमी एलर्जी, जिन्हें एलर्जिक राइनाइटिस के नाम से भी जाना जाता है, कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती हैं. yalemedicine.org के अनुसार, खुजली और आँखों से पानी आना, गले में दर्द और खुजली, नाक बंद होना और बहना ये सभी एलर्जी के लक्षण हैं. इन एलर्जी के कुछ ट्रिगर घास, पेड़ों का पराग और फफूंद हो सकते हैं. लेकिन राहत के लिए दवाओं पर निर्भर रहने के बजाय, प्राकृतिक रूप से इन एलर्जी से लड़ना महत्वपूर्ण है.
आयुर्वेद और आंतरिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. डिंपल जांगड़ा के अनुसार, एलर्जी से लड़ने के तीन प्राकृतिक उपाय हैं. उन्होंने अपनी इस सूची को इंस्टाग्राम पर शेयर किया था. तो चलिए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से:
1. बिछुआ पत्ती की चाय (Stinging Nettle Tea)
छाएदार बिछुआ का पौधा (Stinging Nettle) एक लोकप्रिय पौधा है जिसका उपयोग हर्बल दवा में किया जाता है और इसे काफी पौष्टिक माना जाता है. डॉ. जांगडा ने बताया कि इसमें सूजनरोधी और एंटी-एलर्जिक गुण होते हैं, जो आपको प्राकृतिक रूप से एलर्जी से राहत दिला सकते हैं. आप इसे दिन में दो से तीन बार गर्म चाय के रूप में आसानी से सेवन कर सकते हैं. इससे आपका शरीर एलर्जी से लड़ने में मदद कर सकता है.
2. स्थानीय शहद (Local Honey)
स्थानीय शहद का सेवन भी करना चाहिए. विशेषज्ञ के अनुसार, स्थानीय शहद में थोड़े बहुत मात्रा में “स्थानीय पराग कण” होते हैं, जिनसे आपको एलर्जी हो सकती है. लेकिन यह एक अच्छी बात है, क्योंकि इससे “माइक्रोडोज़िंग” हो सकता है. आप सोच रहे होंगे कि ये क्या है, तो बता दें कि माइक्रोडोज़िंग का मतलब है कि आप अपने शरीर में रोजाना थोड़ी मात्रा में एलर्जेन को शामिल करते हैं, ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो सके. डॉ. जांगडा कहती हैं, “आप अपने क्षेत्र में पैदा हुए एक चम्मच स्थानीय शहद को आधा चम्मच कद्दूकस किया हुआ अदरक, एक चुटकी काली मिर्च और हल्दी पाउडर और एक चुटकी दालचीनी पाउder के साथ मिला सकते हैं. इसे कच्चा ही खाएं और गर्म पानी में न मिलाएं.”
3. जल नेति (Nasal Irrigation)
हालांकि ये खाने की चीज नहीं है, लेकिन मौसमी एलर्जी से लड़ने का एक कारगर तरीका है जाल नेति. इसके लिए आपको एक जाल नेति पॉट की आवश्यकता होगी. इसमें गर्म पानी और थोड़ा सा नमक डालकर घोल तैयार करें और फिर इससे अपने साइनस को साफ करें.