हमें यह बताने की ज़रुरत तो है नहीं की लड़कियों और लड़कों के शरीर में क्या अंतर होते हैं। आप भी जानते ही है की लड़के और लड़कियों के तौर तरीके अलग अलग होते हैं। जैसे उनका हसने का अंदाज़, चलने का तरीका, उठने बैठने का स्टाइल सब भिन्न होता है। दोनों के पहनावे में तो मानो जमीन आसमान का अंतर है। जैसा की आप जानते ही है कि लड़कों के शर्ट में पॉकेट होते है जिसमे में जरुरी काम की चीज़ें रख सकते हैं। लड़कियों के शर्ट में ऐसा कोई पॉकेट नहीं होती। आखिर ऐसा क्यों है?
क्या लड़कियों को पॉकेट की ज़रुरत नहीं पड़ती? क्या लड़कियों को जरुरी सामान नहीं रखना होता? जी दरकार तो है परन्तु फिर भी पॉकेट बनाई नहीं जाती। ये नियम पहले समय से चले आ रहे हैं। पहले लोगों का ऐसा मानना होता था की यदि लड़कियों की शर्ट में पॉकेट बना दिया जाए तो वे उसमे चीज़ें रखेंगी ज़रूर और फिर वे दृश्य देखने में ख़राब लगेगा।
पहले ज़माने के लोग ऐसा ही मानते थे की लड़कियों द्वारा शर्ट के पॉकेट में चीज़ें रखने से उनका शरीर बेढंगा दिखेगा और उभर जायेगा। ऐसे में यदि शर्ट में पककेट ही ना बनाया जाए तो ही अच्छा है। खैर आजकल के फैशन का तो जवाब नहीं है। आजकल लड़कियों के शर्ट में भी पाए जाते है पॉकेट और वे हर तरह के कपड़े पहनती हैं।