आजकल माहौल ऐसा हो गया है की हमे किसी पर भी भरोसा नहीं है, कौन दोस्त है और कौन दुश्मन ये अब पहचानना मुश्किल हो गया है। देश में अब आतंक जो इतना बढ़ गया है आप किसी की शकल देख कर थोड़ा न पहचान सकते हैं की इस आदमी के मन में क्या चल रहा होगा। लोगों ने अपने दिमाग और अपनी अच्छी चीज़ों को इस्तेमाल करना बंद कर दिया है और गलत काम की और बढ़ने लगे हैं ऐसा सोचकर ही मन में ग्लानि भर जाती है की कोई किसी के साथ कैसे गलत कर सकता है। अगर आपके पास कोई टैलेंट हैं तो अपने देश के उज्वल भविष्य के लिए उसका इस्तेमाल करने की जगह आप उसको गलत काम में क्यों लगा रहे हैं ? लेकिन आज न तो किसी के पास ये सवाल पूछने का वक़्त रहा है और न ही इसका कोई जवाब देना पसंद करता है। तो आइये जानते हैं एक झारखण्ड के ऐसे ही मामले को जिसने हमें अंदर तक झकझोर कर रख दिया।
बाहर से दिख रही थी पुरानी झोपड़ी
झारखण्ड के चित्र ज़िले के गाँव बेरियाचक में पुलिस ने एक झोपड़ी की तलाशी लेने के लिए वहां छापा मारा और जब वो लोग अंदर गए तो जाकर उनके होश उड़ गए और आम लोगों का तो दिल देहल गया क्यूंकि वहां पर मिले इतने खतरनाक हथियार। दरअसल झोपड़ी के अंदर से पुलिस के हाथ लगी है 5.56 एम की 4 राइफल और ये कोई मामूली राइफल नहीं है बल्कि इसका इस्तेमाल अमेरिका सेना किया करती थी। तो सोचने वाली बात है की हमारे यहाँ इस तरीके की राइफल कहाँ से आयी ?
पुलिस का ये कहना है
पुलिस के एसएसपी अश्वनी मिश्रा ने बताया की दरअसल उनको इस झोपड़ी में उग्रवादी संघटन के मुखिया बृजेश गंजु के छिपे होने की खबर मिली थी इसलिए उन्होंने यहाँ आकर छापा मारा था पर उनको अंदर से कोई उग्रवादी तो नहीं मिला पर ये हथियार मिला है जिसको देखकर वो भी हैरान है की ये इन लोगों के पास आया कहाँ से होगा और वो इसको यहाँ छोड़ कर क्यों गए।
इतनी खतरनाक है ये राइफल
आपको ये भी बता दे की ये राइफल इतनी खतरनाक है की 3 सेकंड में 30 गोलियां एक साथ चलती हैं यानि की एक मिनट में 600 गोलियां फायर होती हैं और अभी कुछ दिन पहले ही कश्मीर में मरे गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी तलहा रशीद के पास से भी ऐसी ही राइफल बरामद हुई थी। लेकिन सबको हैरान ये बात ही कर रही है की इन लोगों के पास इस तरह के हथियार आ कहाँ से रहे जो की अमेरिका में इस्तेमाल किये जाते हैं।