आजकल लोग इतने आलसी और काम चोर हो गए हैं की वो मेहनत कर काम करने की जगह इधर उधर बैठ कर भीख मांगने लगते हैं, चाहे फिर आप कोई मंदिर ले लो, मस्जिद ले लो, मेट्रो स्टेशन या फिर रेड लाइट पॉइंट। इन सभी जगहों पर आपको भीख मांगते हुए लोग दिखेंगे, ऐसा तो कभी होता ही नहीं की कोई भीख न मांग रहा हो ये अपना अड्डा बनाकर बैठ जाते हैं और हर रोज़ यही इसी अड्डे से भीख मांगते हैं। वैसे भी आजकल भिखारी कितने अमीर है इसके बारे में तो हम आये दिन कुछ ना कुछ पढ़ते रहते हैं। इन भिखारियों पर कई बार तो तरस भी आ जाता है लेकिन आप ऐसे कितने ही भिखारियों की मदद करेंगे क्यूंकि आप जहाँ जायेंगे आपको ये वहां मिलेंगे ही मिलेंगे।
इवांका ट्रम्प का हैदराबाद दौरा
दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका ट्रम्प के हैदराबाद दौरे के दौरान हैदराबाद के सारे भिखारियों को उनकी जगह से उठा कर रेहबीलिएशन सेंटर में भेज दिया गया और महिला भिखारन को अलग जगह पर और पुरुष भिखारियों को अलग जेल में रखा गया। लेकिन 2 महिलाओं को जिनको भिखारन समझ कर उठा लायी थी पुलिस जब देखा की वो तो फर्राटेदार इंग्लिश में बात कर रही है तो उनको पहले थोड़ा अटपटा लगा जब उस मामले की जांच की गयी तो जो सामने आया तब सभी के होश उड़ गए।
अमीर खानदान से है 2 महिलाये
जब भिखारिने भी अंग्रेजी में बात करे तो हैरानी तो होगी ही और जब सच सामने आया तो वो कुछ ऐसा था की उनमें से एक महिला तो पोस्ट ग्रेजुएट थी और लंदन में अकाउंटेंट के रूप में भी काम कर चुकी थी और उनका बेटा विदेश में ही रहता है और इनका नाम है फरजोना और इनकी उम्र बताई जा रही है तकरीबन 50 वर्ष। इनके पति की मृत्यु के बाद इनकी दिमागी हालत ख़राब होने के चलते इन्होने भीख मांगना शुरू कर दिया। ऐसा पता चलते ही इनके बेटे से संपर्क कर इस महिला को उसको सौंप दिया गया है।
जायदाद के चलते हुयी दिमागी हालत ख़राब
इसी तरह जो दूसरी महिला थी उनका नाम था राबिया बसीरा उन्होंने बताया की वो बहुत ही अमीर घराने से ताल्लुक रखती हैं और उनके हैदराबाद में ही बहुत ज़मीन और जायदाद है इसके साथ साथ वो ग्रीन कार्ड होल्डर भी हैं लेकिन उनके भाइयों ने धोखेधड़ी से उनकी सारी जायदाद उनसे छीन ली और वो मानसिक रूप से बीमार हो गयी जिसकी वजह से उन्होंने भीख मांगनी शुरू कर दी ताकि मन को शांति मिल सके। पुलिस ने जाँच पड़ताल कर उनको भी उनके घर पर सही सलामत पहुँचाया है।