WWE में भारत का नाम रोशन करने वाले द ग्रेट खली को तो सभी जानते है। लेकिन आजकल सोशल मीडिया और यूट्यूब के वायरल वीडियोज़ में छाई हुई है उनकी शिष्या और पूर्व वेटलिफ्टर कविता देवी। कविता ने वो कारनामा कर दिखाया है जो हर भारतीय का सर फक्र से ऊँचा कर दे।
sourceपूर्व भारतीय वेटलिफ्टर कविता देवी ने 2 कदम आगे बढ़ कर प्रोफेशनल रेसलिंग की दुनिया में कदम रखा है। WWE ने हाल ही में उनके फर्स्ट मैच का वीडियो जारी किया है। इसके आते ही भारत में ये सोशल मीडिया पर बहुत ट्रेंड कर रहा है। किसी भारतीय महिला रेसलर का WWE में पहुंचने का यह पहला मौका है।
इसी मैच में कविता ने ऐसे और कई कारनामे किये जो किसी ने सोचे भी नहीं होंगे। अपनी पहली WWE फाइट में कविता सलवार-सूट पहन कर रिंग में उतरी। उन्होंने फाइट भी पूरी इसी लिबास में की। कविता का कहना है की वो अपने देश की संस्कृति पूरी दुनिया को दिखाना चाहती है। जहाँ उनकी प्रतिद्वंदी छोटे कपड़ो में लड़ रही थी वही कविता ने सलवार सूट में लड़कर दिखाया की देशी परिधानों में भी सभी काम किये जा सकते है।
sourceइस मैच में कविता ने अपनी प्रतिद्वंदी को बुरी तरह से पीटा। बार बार उन्हें उठा कर पटका और मुक्कों की बारिश कर दी। उनके खिलाफ रिंग में न्यूज़ीलैण्ड की रेसलर डकोटा काई थी। मैच के अधिकतर हिस्से में कविता डकोटा पर भारी पड़ी।
sourceखली से रेसलिंग सिख रही कविता का कहना है की वे भी खली की तरह बनाना चाहती है और दुनिया में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहती है। हालांकि डकोटा से हुई फाइट में कविता को हार मिली लेकिन उनके हौसले में किसी तरह की कमी नहीं आई है।
sourceवे आगामी WWE फाइट्स के लिए जी जान से मेहनत कर रही है। गुड लक, कविता।
न्यूजीलैंड की रेसलर आखिरी में कविता पर भारी पड़ गईँ source
नमस्ते! मैं सचिन, हिंदी ब्लॉगिंग जगत में एक समर्पित लेखक और कंटेंट क्रिएटर हूँ। ब्लॉगिंग के माध्यम से, मैं अपने विचार, अनुभव और ज्ञान को आप सबके साथ साझा करने का प्रयास करता हूँ। मेरी लेखनी का उद्देश्य न केवल जानकारी प्रदान करना है, बल्कि समाज में जागरूकता और सकारात्मक परिवर्तन लाना भी है।
मेरे ब्लॉग विभिन्न विषयों को कवर करते हैं, जिनमें यात्रा वृतांत, सामाजिक मुद्दे, साहित्य समीक्षा और तकनीकी टिप्स शामिल हैं। सरल और स्पष्ट लेखन शैली के माध्यम से, मैं अपने पाठकों के साथ एक मजबूत संबंध स्थापित करने का प्रयास करता हूँ। मेरा विश्वास है कि हिंदी भाषा में उच्च गुणवत्ता की सामग्री उपलब्ध कराना बेहद महत्वपूर्ण है, और इसी दिशा में मैं निरंतर कार्यरत हूँ।