उस रात अभिषेक बच्चन ने ऐसे किया था प्रपोज, मना नहीं कर पायी थी ऐश्वर्या

Sachin
By Sachin

अभिषेक और ऐश्वर्या की जोड़ी बॉलीवुड की सबसे सफल और गुड लुकिंग जोड़ी मानी जाती है। पर क्या आप जानते हैं कि इन दोनों का प्यार परवान कैसे चढ़ा ? ये बात अभिषेक बच्चन ने खुद एक इंटरव्यू में बताई कि ऐश को प्रपोज़ करने से काफी पहले ही न्यूयोर्क के एक होटल की बालकनी में खड़े खड़े उनको ख्याल आया कि अगर ऐश्वर्या से उनकी शादी हो जाये तो कितना अच्छा हो। कई सालों बाद जब दोनों को गुरु फिल्म में साथ काम करने का मौक़ा मिला और फिल्म की कास्ट न्यूयोर्क में शूटिंग कर रही थी, अभिषेक ऐश्वर्या को उसी होटल की बालकनी में ले गए और प्रपोज़ कर दिया।

बहुत ही ख़ास था प्रपोज़ करने का तरीका

जी हाँ, न महंगा रेस्त्रां, ना म्यूजिक और ना ही महंगी डायमंड रिंग, बस अभिषेक बच्चन ने फिल्म गुरु की शूटिंग के दौरान इस्तेमाल की गयी अंगूठी से ही ऐश्वर्या को शादी के लिए प्रपोज़ कर दिया था। ऐश्वर्या ने भी बिलकुल देर नहीं लगाई और तुरंत हाँ कह दिया था। यहीं से शुरू हुआ इस कपल का शादी तक का सफर। मुंबई आने पर दोनों ने अपने घरवालों को ये बात बताई और फिर तीन महीने बाद ही दोनों शादी के बंधन में बंध गए थे।

पहले से था प्यार

अभिषेक बताते हैं कि उनके मन में ऐश्वर्या के लिए प्यार “कुछ ना कहो” की शूटिंग के दौरान पैदा हुआ था। इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान सलमान ने शूटिंग स्पॉट पर ही ऐश्वर्या से काफी खराब तरीके से बात की। ये बात अभिषेक को काफी बुरी लगी थी और इसी घटना के बाद अभी-ऐश में नजदीकियां बढ़ने लगी।

साल 2006 -2007 तक दोनों काफी करीब आ गए थे और एक साथ तीन फिल्मे ‘उमराओ जान’, ‘धूम – 2’ और ‘ग़ुरू’ कर रहे थे। फिल्म बंटी और बबली से उनकी नज़दीकियां और बढ़ गयी और दोनों ने एक दूसरे को अपना दिल दे दिया था, इसीलिए जब अभिषेक ने ऐश्वर्या को प्रपोज़ किया तो ऐश मना नहीं कर पायी।

बहरहाल हम तो यही उम्मीद करते हैं कि ये जोड़ी हमेशा यूँही बॉलीवुड के सबसे सफल जोड़ियों में से एक बनी रहे।

Share This Article
By Sachin
नमस्ते! मैं सचिन, हिंदी ब्लॉगिंग जगत में एक समर्पित लेखक और कंटेंट क्रिएटर हूँ। ब्लॉगिंग के माध्यम से, मैं अपने विचार, अनुभव और ज्ञान को आप सबके साथ साझा करने का प्रयास करता हूँ। मेरी लेखनी का उद्देश्य न केवल जानकारी प्रदान करना है, बल्कि समाज में जागरूकता और सकारात्मक परिवर्तन लाना भी है। मेरे ब्लॉग विभिन्न विषयों को कवर करते हैं, जिनमें यात्रा वृतांत, सामाजिक मुद्दे, साहित्य समीक्षा और तकनीकी टिप्स शामिल हैं। सरल और स्पष्ट लेखन शैली के माध्यम से, मैं अपने पाठकों के साथ एक मजबूत संबंध स्थापित करने का प्रयास करता हूँ। मेरा विश्वास है कि हिंदी भाषा में उच्च गुणवत्ता की सामग्री उपलब्ध कराना बेहद महत्वपूर्ण है, और इसी दिशा में मैं निरंतर कार्यरत हूँ।