आपने अपने ज़माने में स्कूल की परीक्षा में नक़ल ज़रुर मारी होगी लेकिन उस ज़माने में लोग ज़्यादा से ज़्यादा अपने आस पास बैठे दोस्तों की कॉपियों से नक़ल मार लिया करते थे। आजकल के बच्चों का दिमाग कितने तेज़ी से दौड़ता है इसका आपको शायद अंदाज़ा भी नहीं होगा। आइए आपको दिखाते है कैसे करते है बच्चे नक़ल।
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यह देखिये आजकल के स्टूडेंट्स का नेल आर्टये जनाब तो नकली हाथ तक लगा बैठेअरे भाई कलम को तो बक्श देतेइनकी हाथों की लकीरें क्या कहती है? पास या फ़ैल?इसे कहते है जूतों के पैसे वसूल करनाजब जूस के डब्बे से ठंडा हो जाए तन और दिमागभाईचारा कोई इनसे सीखेअब पता चला स्टूडेंट्स परीक्षा के दौरान टॉयलेट क्यों जाते हैबेचारा अध्यापक देखकर भी न पकड़ पाएप्यास लगना तो बस बहाना हैहद ही हो गईपूरा पेपर हाथ पर ही लिखने का इरादा है क्या?सर्दी हो या गर्मी हमें तो फुल स्लीव्स ही पहनना हैलड़कियां तो लड़को से भी आगे निकलीमोबाइल के जमाने में ऐसा करना तो बनता हैकहीं डिहाइड्रेशन ना हो जाए :Dक्या आपको चाहिए ऐसी घड़ी?