UAE की एमिरात एयरलाइन्स ने बिना खिड़कियों वाला हवाईजहाज़ बनाने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। इसने अपने विमान बोईंग 777 -300ER की फर्स्ट क्लास केबिन में खिड़की के स्थान पर वर्चुअल विंडो (फाइबर ऑप्टिक्स से जुड़े कैमरों द्वारा बहार का दृश्य दिखाने की व्यवस्था) बनाकर सफर शुरू भी कर दिया है। वास्तव में खिड़की के स्थान पर वर्चुअल विंडो की योजना के लिए इन्हे इससे सम्बंधित संस्था से समुचित मंजूरी मिलने पर ही उनकी यह योजना पूरी तरह साकार हो पाएगी।
एमिरात एयरलाइन्स के वर्त्तमान प्रेसिडेंट सर टिम क्लार्क ने BBC को बताया कि उनका प्रमुख लक्षय बिना खिड़कियों के विमान को प्रचलन में लाना है। उनका कहना है कि खिड़कियों की जगह फाइबर ऑप्टिक्स से जुड़े कैमरे यात्रियों को बाहर का दृश्य दिखाएंगे।
विमान में वर्चुअल विंडो होने के कुछ फायदे भी है, मसलन खिड़की के न होने से विमान के डिज़ाइन में मनचाहा परिवर्तन संभव हो पायेगा तथा विमान का वजन कम होगा जिससे ईंधन में बचत होगी।
लेकिन इंग्लैंड में स्थित क्रैन्फ़ील्ड यूनिवर्सिटी के विमान सुरक्षा विशेषज्ञ प्रोफेसर ग्राहम ब्रैथवेट ने सुरक्षा की दृष्टि से इसे अनुपयुक्त बताया, खास कर अगर विमान को आपातकालीन स्थिति में उतारना पड़े तब। इसके अलावा इस बात की भी शंका जाहिर की जा रही है कि यात्रियों को बिना खिड़की के विमान में यात्रा करना रास नहीं आएगा।
यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा कि बिना खिड़की वाले विमान यानि वर्चुअल विंडो का सर टिम क्लार्क का सपना साकार होगा या नहीं।