चार महीने शयन के बाद अब जागेंगे भगवान् विष्णु, इन उपायों से सरलता से हो जायेंगे प्रसन्न

Sachin
By Sachin

हमारे शास्त्र ही हर प्रकार की समस्या का समाधान हमें बहुत ही आसानी से प्रदान करते हैं। हम अगर शास्त्र अध्ययन करें तो हम ये जान सकते हैं कि किस प्रकार से हमें भगवान् को प्रसन्न करना है। हमारे जीवन में एकादशी व्रत का बहुत महत्व है और हर एक व्रत के साथ कोई न कोई राज़ छुपा है। अब आने वाली 31 अक्टूबर, 2017 को देव प्रबोधिनी एकादशी है जिसको हम देवउठनी, देवउत्थान तथा हरि प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जानते हैं, यह एकादशी कार्तिक मास की शुक्ल एकादशी है।

कार्तिक मास की एकादशी से चार महीने पूर्व आषाढ़ मास की एकादशी जिसको हम देव शयनी एकादशी कहते हैं उस दिन भगवान् विष्णु अगले चार मास के लिए क्षीरसागर में शयन करने के लिए चले जाते हैं इसीलिए इन चार मास में किसी भी तरह का शुभ काम वर्जित माना जाता है। फिर चार महीनो के बाद देवउठनी एकादशी के दिन भगवन विष्णु शयन से जागते हैं और हर प्रकार के शुभ कार्य भी आरम्भ हो जाते है। ऐसा कहा जाता है की इस दिन पर अगर भगवान् विष्णु की पूजा आराधना की जाए और उन्हें कुछ चीज़ें भेंट स्वरुप चढ़ाई जाए तो वो आपकी हर प्रकार की मनोकामना को पूरा करते हैं।

तो आइये जानते हैं कौनसी चीज़ों को भगवान् विष्णु को चढाने से आपकी हर प्रकार की मनोकामना होगी पूर्ण :-

तुलसी जी की पूजा करना

भगवान् विष्णु को तुलसी जी अति प्रिये हैं इसलिए उन्हें विष्णुप्रिया भी कहा जाता है। देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी जी को जल देना और उनके आगे शुद्ध घी का दीपक जलाने से आपकी सर्व इच्छाएं पूर्ण होंगी।

पीले रंग के पुष्प एवं मिठाई चढ़ाना

देवउठनी एकादशी के दिन भगवान् विष्णु को पीले रंग के फूल अर्पण करें तथा उन्हें पीले रंग की मिठाई या खीर में केसर डालकर भोग लगाने से वो आपको अपनी कृपा अवश्य प्रदान करेंगे।

लक्ष्मी जी का भी करें ध्यान

भगवान् विष्णु की धर्म पत्नी है माता लक्ष्मी और कोई भी स्त्री अपने पति की किसी बात को नहीं टालती। इसलिए अगर आप भी चाहते हैं की आप पर माता लक्ष्मी की कृपा हो और आपके घर सुख समृद्धि बानी रहे तो देवउठनी एकादशी के दिन भगवान् विष्णु तथा माता लक्ष्मी का ध्यान एवं पूजा पाठ करें।

पीपल के पेड़ पर चढ़ाये जल

पीपल के पेड़ से हमारी धार्मिक मान्यता जुडी हुई है और पीपल के पेड़ पर भगवान् विष्णु का ही वास माना जाता है इसलिए देवउठनी एकादशी के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करें तथा उस पर जल अवश्य चढ़ाये।

भगवान् विष्णु का करें अभिषेक

भगवान् विष्णु का पंचामृत से अभिषेक करने से आपको उनकी कृपा बहुत ही सरलता से प्राप्त हो जाती है। पंचामृत में आप दूध, गंगाजल, केसर, दही एवं घी मिलाकर कर सकते हैं अभिषेक।

अन्न का करें दान

देवउठनी एकादशी के दिन अगर आप मंदिर में जाकर अन्न, चावल, चीनी, दूध का दान करें एवं गरीबो में ये सब बांटें तो भगवान् विष्णु होंगे आप पर प्रसन्न।

एकादशी व्रत

Married women exchange plates as a part of `Karwa Chauth` custom in Siliguri on Oct.22, 2013. (Photo: IANS)v

अगर आप देवउठनी एकादशी के दिन व्रत पालन करते हैं तथा एकदशी कथा को श्रवण करते हैं तो आपकी सर्व मनोकामनाएं होंगी पूर्ण।

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