‘बाहुबली 2 ‘ ने हिंदी फिल्मों के इतिहास में कई रिकॉर्ड बनाये हैं। पहले पार्ट के रिलीज़ के बाद से ही इसके इतने चर्चे थे और दुसरे पार्ट का तो सभी बेचैनी से इंतज़ार कर रहे थे। दूसरे पार्ट ने रिलीज़ होते ही सभी जगह झंडे गाड़ दिए। किसी फिल्म के लिए इतना क्रेज आज तक शायद ही देखने को मिला था इस फिल्म का हर एक डायलॉग और हर एक सीन इतना बेहतरीन था कि गलती के बारे में कोई सोचता भी नहीं। लेकिन एक ये सीन जिसको देखने के बाद हर एक शख्स ने तालियां बजाई, उसी में इतनी बड़ी गलती होगी ये आपने नहीं सोचा होगा।
जी हाँ ये वोही सीन है जब देवसेना को बंदी बना कर दरबार में पेश किया जाता है। बाहुबली इसी सीन में सेनापति का गला काटते समय कहते हैं, ‘औरत पर हाथ डालने वाले का हाथ नहीं, काटते हैं उसका गला’।
अमरेनद्र बाहुबली देवसेना से ये बोलते हुए सेनापति का गला काट दी हैं और उसके बाद सेनापति का सर धड़ से अलग होकर जमीन पर गिर जाता है। लेकिन सबसे बड़ी गलती तो यही है कि आप देखिये पूरी गर्दन के अलग होने पर भी खून की एक बूँद जमीन पर गिरी हुई दिखाई नहीं देती।
वैसे इसके अलावा भी और कई गलतियां इस फिल्म के दोनों पार्ट में हुई है जैसे पहले पार्ट में एक सीन में देवसेना भल्लालदेव की चिता जलाने के लिए लकड़ियां बीनकर एक गड्ढे में इक्टठा करती रहती है। परन्तु उसके आस पास तो इतनी लकड़ी होने की कोई सम्भावना नहीं थी तो फिर देवसेना के पास इतनी लकड़ियां आ कहां से रही थीं ?
गलतियों के बावजूद इसमें कोई संदेह नहीं कि ऐसी फिल्म इतिहास में बहुत समय के बाद ही बन पाती है। फिल्म की कामयाबी को देखते हुए तो मुझे नहीं लगता की कोई इन गलतियों के बारे में सोचेगा भी।
1000 करोड़ से ज्यादा की कमाई करने वाली ‘बाहुबली 2’ भारतीय सिनेमा की पहली भारतीय फिल्म बन गई है तो वहीं विदेशी सरजमीं पर भी इस फिल्म ने धूम मचाई है ।