भारत देश की आन बान और शान बढ़ाने वाले शख्सियत मुकेश अंबानी अब बन चुके है एशिया के सबसे रईस व्यक्ति। फोर्बेस की बिलेनियर्स लिस्ट के अनुसार अंबानी के 42.1 अरब डॉलर यानी करीब 2 लाख 73 हजार 650 करोड़ रुपये की संपत्ति के बल पर उन्होंने चीन के हुई यान को पछाड़ कर पहला स्थान अपने नाम कर लिया। रिलायंस इंडस्ट्री के इस मालिक के बढ़ते कारोबार में बड़ा योगदान रहा है उनके बच्चे ईशा एवं आकाश का। इनका नामकरण भी मुकेश ने ही किया है। जानिये पीछे की कहानी:
एक साक्षात्कार में इनकी पत्नी नीता ने बताया कि वे उस वक़्त यूएस में थी और मुकेश उन्हें वहां छोड़ कर भारत लौट रहे थे। इतने में ही मुकेश को फ़ोन आया की उन्हें यूएस वापस जाना होगा क्योंकि नीता की डिलीवरी किसी भी वक़्त हो सकती थी।
मुकेश अपनी माँ के साथ एक प्राइवेट प्लेन में तुरंत रवाना हो गए। रास्ते में पायलट ने उन्हें खबर दी कि नीता को 2 बच्चे हुए है। ख़ुशी से फूले नहीं समाए मुकेश। वे जैसे ही नीता से मिले उन्होंहे कहा कि बच्चों का नामकरण वे ही करेंगे।
बच्चों के जन्म के वक़्त मुकेश का प्लेन एक पहाड़ के ऊपर से गुज़र रहा था इसलिए उन्होंने बेटी का नाम ‘ईशा’ रखा जिसका अर्थ होता है ‘पहाड़ो की देवी’।
और क्योंकि वे आसमान में उड़ रहे थे इसलिए बेटे का नाम चुना ‘आकाश’।
ईशा ने थामी रिलायंस टेलीकॉम की बागडोर
येल यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी और साउथ एशियन स्टडीज में ग्रेजुएशन कर चुकी ईशा ने पहले मैकिंसे एंड कंपनी में काम किया। उसके पश्चात डैडी का बिज़नेस संभालने की जिम्मेदारी ली। आज ईशा रिलांयस जियो को बखूबी संभाल रहीं है।
कितने काबिल है आकाश
आकाश रिलायंस रिटेल बोर्ड में मेंबर होने के साथ ही साथ रिलांयस जियो के प्रोजेक्ट हेड-डायरेक्टर भी हैं। उन्हें मेहेंगी कारों का बहुत शौक है। माँ नीता अम्बानी द्वारा चलाये गए स्कूल ‘धीरूभाई अम्बानी इन्तेर्नतिओन’ से पढ़ाई करने के बाद आकाश ने अमेरिका स्थित ब्राउन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन की।
आम बच्चों की तरह पले
एक साक्षात्कार में नीता ने यह भी बताया की उनके बच्चे कभी कार से स्कूल नहीं गए। मुकेश ने हमेश अपने बच्चों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट से स्कूल भेजा और उनके घर से ज़्यादा निकलने पर भी पावंदी लगायी।