एक तरफ जहाँ देश के विभिन्न भागो में नए नागरिकता कानून सीएए का पुरजोर विरोध हो रहा है वहीं दूसरी ओर हैदराबाद के चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी सीएस रंगराजन ने तिरुमला के वेंकटेश्वर स्वामी की इस नए कानून के तहत नागरिकता की मांग की है।
चूंकि पुजारी एक बुजुर्ग की भाँती भगवान की सेवा करते है इसलिए वे भगवान को नाबालिक मानते हुए section 5(4) के तहत भगवान की नागरिकता चाहते है।
ऐसी विचित्र मांग की वजह
पुजारी जी का मानना है कि जहाँ सरकार अन्य धर्मों में दख़ल देने से कतराती है वहीं हिन्दू मंदिरो में कुप्रबंधन के बहाने इनपर नियंत्रण करना चाहती है। भेद भाव वाली इस नीति से असहमत हो कर पुजारी जी ने ऐसी रोचक मांग रख दी।
ऐसी मांग ने जहाँ कइयों का कौतुहल बढ़ा दिया है वहीं कई लोग इसे सिर्फ एक सनसनीखेज तथा सस्ती लोकप्रियता पाने का जरिया मान रहे है।