नई दिल्ली: मंगलवार को, मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने फ्रंट-रनिंग के आरोपों में क्वांट म्यूचुअल फंड (Quant Mutual Fund) के कार्यालयों पर छापेमारी की। सेबी ने तलाशी और जब्ती अभियान चलाया, जो मुंबई और हैदराबाद में स्थित फंड हाउस के ठिकानों पर चलाया गया।
आरोप और छापेमारी:
सूत्रों के अनुसार, सेबी को संदेह है कि क्वांट म्यूचुअल फंड के डीलर्स या दलालों ने आने वाले बड़े ट्रेडों के बारे में पहले से जानकारी प्राप्त की थी और इस जानकारी का इस्तेमाल करके उन्होंने खुद के लिए भारी मुनाफा कमाया था।
फंड हाउस की प्रतिक्रिया:
क्वांट म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को आश्वस्त करते हुए एक बयान जारी किया है कि वे सेबी द्वारा पूछे गए सभी सवालों का जवाब दे रहे हैं। फंड हाउस ने आरोपों की प्रकृति पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन उन्होंने कहा है कि वे “नियमित और आवश्यकतानुसार” सेबी को सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करेंगे।
फंड हाउस के बारे में:
क्वांट म्यूचुअल फंड की स्थापना 2017 में हुई थी और यह भारत के सबसे तेजी से बढ़ते म्यूचुअल फंड में से एक है। वर्तमान में, फंड हाउस की कुल संपत्ति ₹90,000 करोड़ से अधिक है, जिसमें 26 योजनाएं और 54 लाख पोर्टफोलियो शामिल हैं।
फंड हाउस की परफॉर्मेंस:
क्वांट म्यूचुअल फंड ने पिछले 3-5 वर्षों में शानदार प्रदर्शन किया है, खासकर स्मॉल-कैप फंडों में।
निवेशकों पर प्रभाव:
फ्रंट-रनिंग जैसी गतिविधियों से निवेशकों को नुकसान हो सकता है क्योंकि इससे फंड की विश्वसनीयता कम हो सकती है और निवेशक अपना पैसा निकाल सकते हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये केवल आरोप हैं और अभी तक क्वांट म्यूचुअल फंड को दोषी नहीं ठहराया गया है।
सेबी फ्रंट-रनिंग जैसी अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई कर रहा है और यह देखना बाकी है कि इस मामले में क्या होता है।