तैमूर के फैंस के लिए बुरी खबर… अब कभी नहीं दिखेंगे नन्हें नवाब

Sachin
By Sachin

लोगों में बॉलीवुड हस्तियों के प्रति बढ़ती दीवानगी तो एक तरफ और स्टार किड्स को लेकर पागलपन दूसरी तरफ। आजकल जहाँ सेलिब्रिटी के पीछे भागते है लोग वहीँ मीडिया स्टार किड्स का पीछा भी नहीं छोड़ रही।

बात करें स्टार किड्स की तो सैफ एवं करीना के बेटे तैमूर लोगों और मीडिया के बीच छाए हुए हैं। इतनी छोटी सी उम्र में तैमूर के लाखों फैंस है जो उन्हें सोशल मीडिया पर ही नहीं बल्कि हर जगह फॉलो करते हैं।

तैमूर की क्यूटनेस का तो मानो कोई जवाब नहीं। नन्हें नवाब ने अपने चुलबुलेपन से सभी का दिल जीत रखा है। लेकिन इतनी सी उम्र में मीडिया और लोगों के बीच पॉपुलैरिटी तैमूर की दादी शर्मीला टैगोर को हज़म नहीं हो रही है।

आइए बताए आपको ऐसा क्या हुआ है कि अब हमें तैमूर की झलक तक नहीं मिलेगी। दादी शर्मीला टैगोर ने इस बात पर कड़ी आपत्ति जनाते हुए कहा है कि उन्हें मीडिया का इस तरह से तैमूर को हर जगह फॉलो करना बिलकुल भी पसंद नहीं है।

उनका यह कहना है की, “मैं इस सोशल मीडिया अटेंशन से खुश नहीं हूं और ना ही जिस तरह से ये लोग तैमूर को लेकर बर्ताव करते हैं इस बात से खुश हूं। लोग अब उनके जीवन में ताक झाक करने लगे हैं। ये लोग उनके प्ले स्कूल के बाहर होते हैं। साथ ही जब वो अपने माता-पिता के साथ कहीं जा रहे होते हैं तब भी उन्हें फॉलो करते हैं जोकि बेहद गलत है। लोगों से अनुरोध करना चाहूंगी कि तैमूर का पीछा छोड़ दीजिये।”

सोहा अली खान ने भी अपनी माँ की बात को सही ठहराते हुए कहा कि बच्चों के बचपन में दखलंदाज़ी करने का मीडिया को कोई हक़ नहीं है। उन्होंने मीडिया को अपनी बेटी इनाया और भतीजे तैमूर से दूर रहने की हिदायत दी है। सैफ एवं करीना से हमें ऐसे कोई इशारे नहीं मिले है।

Share This Article
By Sachin
नमस्ते! मैं सचिन, हिंदी ब्लॉगिंग जगत में एक समर्पित लेखक और कंटेंट क्रिएटर हूँ। ब्लॉगिंग के माध्यम से, मैं अपने विचार, अनुभव और ज्ञान को आप सबके साथ साझा करने का प्रयास करता हूँ। मेरी लेखनी का उद्देश्य न केवल जानकारी प्रदान करना है, बल्कि समाज में जागरूकता और सकारात्मक परिवर्तन लाना भी है। मेरे ब्लॉग विभिन्न विषयों को कवर करते हैं, जिनमें यात्रा वृतांत, सामाजिक मुद्दे, साहित्य समीक्षा और तकनीकी टिप्स शामिल हैं। सरल और स्पष्ट लेखन शैली के माध्यम से, मैं अपने पाठकों के साथ एक मजबूत संबंध स्थापित करने का प्रयास करता हूँ। मेरा विश्वास है कि हिंदी भाषा में उच्च गुणवत्ता की सामग्री उपलब्ध कराना बेहद महत्वपूर्ण है, और इसी दिशा में मैं निरंतर कार्यरत हूँ।