किसी ने बिलकुल ठीक ही कहा है की इस संसार में सबसे ज़्यादा अत्याचारी और पापी मनुष्य ही है जो अपने मतलब और भोग के लिए किसी भी हद तक जा सकता है, इसका सीधा साधा प्रमाण आपको मिलता है राजू हाथी के जीवन से। जैसे की आप सभी जानते ही हैं वर्षों से हाथियों को सामान ढोने के कार्य के लिए इस्तेमाल किया जाता आ रहा है, यही तक ही नहीं कई बार तो उनके दांत और चमड़ी के लिए उनको मौत के घाट भी उतार दिया जाता है। आज भी महावत इन हाथियों को अपने इशारों पर नचाते हैं और इन पर ज़ुल्म ढाते हैं।
27 महावतों का ग़ुलाम रह चुका हैं ये हाथी
उत्तर प्रदेश में रहने वाले इस हाथी का नाम राजू है इसको 50 सालों से लोहे की मोटी मोटी ज़ंजीरों से बाँध कर रखा जाता था और इस पर बिना सोचे समझे बहुत से ज़ुल्म किये जाते थे। आप इस हाथी की हालत देखकर रो पड़ेंगे की क्या किसी का भी दिल इसकी हालत देख कर नहीं पसीजा। 27 महावतों के पास राजू ने ग़ुलामी की और सभी ने उसको ज़ंजीरों से बांध कर रखा यहाँ तक की उसको ढंग से खाना भी नहीं दिया जाता था और वो भूख मिटाने के लिए कागज़ और प्लास्टिक तक खाने लगा था।
UK से टीम आयी राजू को छुड़वाने
UK में एनिमल्स की प्रोटेक्शन के लिए ये आर्गेनाइजेशन काम करती है, उनको किसी से ये पता चला की यूपी में राजू के साथ इतना घटिया और गलत बर्ताव किया जा रहा है तो इस आर्गेनाइजेशन की टीम के कुछ लोग UK से भारत आये राजू को छुड़वाने के लिए। उन्होंने यहाँ आकर इस मामले में घुसकर राजू को छुड़वाकर मथुरा के एनिमल केयर सेंटर में शिफ्ट करवाया।
बुरी हालत थी जब छुड़वाया गया
राजू को आधी रात को छुड़वाया गया और जब उसकी बेड़ियाँ खोली गयी तो सबकी आँखें नम हो गयी क्यूंकि इतनी सख्त बेड़ियों की वजह से उसकी स्किन तक कटने लगी थी। जिस दिन राजू आज़ाद हुआ उसी दिन उसका 51वां जन्मदिन भी था। अब एनिमल केयर सेंटर में राजू काफी खुश है।